जालंधर की बेटी रेचल गुप्ता, जो हाल ही में ‘मिस ग्रैंड इंटरनेशनल 2024’ का खिताब जीतकर भारत के लिए गर्व का कारण बनी थीं, अब सुर्खियों में एक अलग ही वजह से हैं। एक भव्य समारोह में ताज पहनने के कुछ ही हफ्तों बाद, रेचल ने यह खिताब लौटा दिया है और इसके पीछे जो आरोप उन्होंने लगाए हैं, वे न केवल चौंकाने वाले हैं बल्कि ब्यूटी पेजेंट इंडस्ट्री के अंधेरे पक्ष की भी पोल खोलते हैं।
क्राउन लौटाने के पीछे की असली कहानी
रेचल गुप्ता ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, “मुझे मिस ग्रैंड इंटरनेशनल के खिताब से निकाला नहीं गया, बल्कि मैंने खुद यह ताज लौटाया है। मैं किसी भी हालत में अपने आत्म-सम्मान से समझौता नहीं कर सकती।” उनके अनुसार, उन्होंने जिस संगठन पर देश का नाम रोशन किया, उसी संगठन ने उनके साथ अमानवीय और असम्मानजनक व्यवहार किया। रेचल ने बताया कि वह क्राउन पहले ही लौटा चुकी हैं। उन्होंने MGI (मिस ग्रैंड इंटरनेशनल) के आयोजकों और CEO पर यौन उत्पीड़न और मानसिक प्रताड़ना जैसे गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि जो अनुबंध (कॉन्ट्रैक्ट) उनके साथ हुआ था, उसके हर बिंदु का पालन उन्होंने पूरी ईमानदारी से किया, लेकिन बदले में उन्हें तिरस्कार और उत्पीड़न ही मिला।
कॉन्ट्रैक्ट के नाम पर शोषण, एक पैसा भी नहीं मिला
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रेचल ने बताया, “कॉन्ट्रैक्ट के अनुसार मुझे कोई आर्थिक सहयोग नहीं मिला। न कपड़े, न रहने की सुविधा, न ही किसी प्रकार का भत्ता। मैंने हर खर्चा खुद उठाया – चाहे वो यात्रा का हो, मेकअप का हो या स्टे का।” उन्होंने आरोप लगाया कि MGI द्वारा फैलाए जा रहे बयान, जिसमें उनके “अनप्रोफेशनल बिहेवियर” की बात की गई है, पूरी तरह से झूठे और भ्रामक हैं। रेचल ने यह भी कहा कि उनके साथ “बैड टच” जैसी घटनाएं भी हुईं और मानसिक दबाव बनाया गया कि वह चुप रहें। लेकिन उन्होंने हिम्मत दिखाई, आवाज उठाई और खिताब लौटा दिया। “मैं झुकी नहीं, मैंने सच का साथ दिया,” उन्होंने साफ शब्दों में कहा।
यौन शोषण और मानसिक उत्पीड़न के आरोप
रेचल ने खुलकर बताया कि किस तरह उन्हें CEO और कुछ अन्य आयोजकों द्वारा अनुचित व्यवहार का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा, “मेरे साथ गलत शब्दों का प्रयोग किया गया। कई बार शरीर छूने की कोशिशें की गईं, जो स्पष्ट रूप से ‘बैड टच’ की श्रेणी में आती हैं। मुझे मानसिक रूप से कमजोर करने की कोशिश की गई ताकि मैं विरोध न कर सकूं। लेकिन मैं चुप नहीं रह सकती थी।” रेचल के अनुसार, जब उन्होंने इस बारे में विरोध दर्ज कराना शुरू किया तो उन्हें धमकियां दी गईं और यह भी कहा गया कि वह अनुबंध तोड़ने की दोषी साबित की जाएंगी।
कानूनी लड़ाई लड़ेंगी रेचल
प्रेस कॉन्फ्रेंस में रेचल ने यह भी ऐलान किया कि वह अब इस लड़ाई को कानूनी मोर्चे पर लड़ेंगी। उन्होंने कहा, “मैं अपनी इज्जत के साथ कोई समझौता नहीं करूंगी। मेरे साथ जो हुआ, वह किसी और लड़की के साथ न हो, इसके लिए मैं आवाज उठाना चाहती हूं। यह लड़ाई अब सिर्फ मेरी नहीं है, बल्कि उन सभी लड़कियों की है जो ख्वाब तो देखती हैं, लेकिन उन्हें शोषण और अपमान का शिकार बनाया जाता है।” उन्होंने फिलीपींस की क्रिस्टीन ओपियाजा को शुभकामनाएं दीं, जिन्हें अब MGI 2024 का क्राउन दिया गया है क्योंकि वह पहली रनरअप थीं। रेचल ने कहा, “मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि उनके साथ कभी कुछ गलत न हो।”
पिता ने भी सुनाई बेटी की आपबीती
प्रेस कॉन्फ्रेंस में रेचल के पिता राजेश अग्रवाल भी मौजूद रहे। उन्होंने बेटी के समर्थन में खुलकर बात की। “हम रुपये नहीं मांग रहे। हम इज्जत मांग रहे हैं। मेरी बेटी ने मेहनत और आत्म-सम्मान से खिताब जीता था, लेकिन जो उसके साथ हुआ वह शर्मनाक है,” उन्होंने भावुक होते हुए कहा। राजेश अग्रवाल ने बताया कि शुरुआत में रेचल ने खुद सोशल मीडिया पर क्राउन लौटाने की घोषणा की थी। इसके बाद MGI ने अपनी पोस्ट के जरिए यह दिखाने की कोशिश की कि उन्होंने रेचल को हटाया है, ताकि उनकी छवि खराब न हो। “रेचल को दो कंपनियों के बीच हुए विवाद में फंसा दिया गया। अनुबंध की शर्तों ने उसे बोलने से रोक रखा था, लेकिन अब हमने कानूनी रास्ता अपनाने का निर्णय लिया है,” उन्होंने स्पष्ट किया।
अंतरराष्ट्रीय कानूनी पेचीदगियां बनीं चुनौती
राजेश अग्रवाल ने बताया कि भारत और फिलीपींस, दोनों देशों के वकील इस केस को देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के कानून अलग-अलग हैं, इसलिए प्रक्रिया में समय लग रहा है। उन्होंने देश की बेटियों को संदेश देते हुए कहा, “हिंदुस्तान की लड़कियों ने कभी झुकना नहीं सीखा है। अगर किसी के साथ गलत होता है, तो उसके घरवाले उसके साथ हैं। रेचल अकेली नहीं है।”
बॉलीवुड में कदम रखने जा रही हैं रेचल
रेचल के परिवार ने यह भी जानकारी दी कि आने वाले समय में रेचल बॉलीवुड में अपनी किस्मत आजमाने जा रही हैं। उन्हें कुछ फिल्मों के ऑफर मिले हैं और अब वह एक्टिंग की दुनिया में कदम रखने के लिए तैयार हैं। “हां, कुछ समय पहले वह मानसिक रूप से परेशान थी, लेकिन अब वह पहले से बेहतर है और पूरी तरह से तैयार है अपने जीवन का नया अध्याय शुरू करने के लिए,” उनके परिवार ने मीडिया को बताया।
MGI का पलटवार और सोशल मीडिया पोस्ट
इस पूरी घटना के बाद MGI ने भी अपनी तरफ से एक ऑफिशियल पोस्ट जारी की, जिसमें उन्होंने रेचल को खिताब से हटाने का दावा किया। पोस्ट में कहा गया कि रेचल का व्यवहार “अनप्रोफेशनल” था और वह अनुबंध की शर्तों का पालन नहीं कर रही थीं।हालांकि, रेचल और उनके परिवार का कहना है कि यह बयान केवल अपनी छवि बचाने के लिए किया गया है। असल में, पहले रेचल ने क्राउन लौटाने की घोषणा की थी और उसके बाद MGI ने यह बयान जारी किया ताकि दुनिया को लगे कि उन्होंने रेचल को हटाया है, न कि रेचल ने खिताब छोड़ा है।
ब्यूटी पेजेंट इंडस्ट्री पर उठते सवाल
रेचल गुप्ता की आपबीती ने एक बार फिर ग्लैमर और ब्यूटी इंडस्ट्री के उस पक्ष को उजागर किया है जिसे अक्सर चमक-दमक की चादर में ढक दिया जाता है। यह सवाल अब गहराता जा रहा है कि क्या ब्यूटी पेजेंट महज दिखावे के मंच हैं जहां प्रतिभा से ज्यादा सत्ता, दबाव और शोषण का बोलबाला है? रेचल की कहानी उन हजारों लड़कियों के लिए एक प्रेरणा बन सकती है जो अक्सर शोषण के डर से चुप रह जाती हैं। उन्होंने दिखा दिया कि अगर आपके पास आत्म-सम्मान और सच्चाई है, तो आप किसी भी ताज को छोड़ सकते हैं लेकिन अपनी गरिमा से समझौता नहीं कर सकते।
निष्कर्ष:
रेचल गुप्ता का मामला न केवल ब्यूटी पेजेंट जगत में एक बड़ा झटका है, बल्कि यह एक सामाजिक चेतावनी भी है कि ग्लैमर की दुनिया में सब कुछ वैसा नहीं होता जैसा बाहर से दिखता है। जब एक विजेता अपनी ही जीत को त्याग दे, तो यह संकेत है कि मंच पर चमकता ताज भी उस दर्द को नहीं ढक सकता जो पर्दे के पीछे छिपा होता है। अब देखना यह है कि यह कानूनी लड़ाई क्या रंग लाती है और क्या यह किसी बदलाव की शुरुआत बनती है।