रोहित शर्मा ने जब अचानक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया था, तब इस बात पर खूब चर्चा हुई थी कि अगला कप्तान कौन होगा। सबसे आगे जसप्रीत बुमराह और शुभमन गिल का नाम था। पूर्व स्पिनर आर. अश्विन ने जडेजा का समर्थन किया, लेकिन जिम्मेदारी गिल को सौंप दी गई। अब भारत के अनुभवी ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने भी माना है कि कप्तानी अब उनके लिए बीती बात हो गई है।
4 जुलाई, 2025
जडेजा ने मजाक में कहा कि उनके लिए कप्तानी का समय खत्म हो गया है। एजबेस्टन टेस्ट में दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने कभी कप्तान बनने के बारे में सोचा था, तो उन्होंने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, “नहीं, अब वह समय चला गया है।”
गिल के साथ बड़ी साझेदारी और मजबूत स्कोर
एजबस्टन टेस्ट में रवींद्र जडेजा ने कप्तान शुभमन गिल के साथ 203 रनों की अहम साझेदारी की। जडेजा ने 89 रनों की शानदार पारी खेली, जिससे भारत को पहली पारी में मजबूती मिली। गिल ने इस दौरान वाशिंगटन सुंदर के साथ 144 रन भी जोड़े। इन दोनों साझेदारियों की बदौलत भारत ने पहली पारी में 587 रन बनाए। गिल ने 269 रनों की शानदार पारी खेली। इंग्लैंड की पहली पारी में भारत ने दिन का खेल खत्म होने तक 77 रन पर 3 विकेट चटका दिए थे। भारत के पास अब 510 रनों की बड़ी बढ़त है। तीसरे दिन की रणनीति तीसरे दिन की रणनीति के बारे में बात करते हुए जडेजा ने कहा कि टीम बहुत आगे की नहीं सोच रही है। उन्होंने कहा कि अगर भारत लंच से पहले 2-3 विकेट चटका लेता है तो मैच पर पूरी तरह से नियंत्रण किया जा सकता है। हालांकि जडेजा ने यह भी कहा कि क्रिकेट में कुछ भी हो सकता है और किसी भी स्थिति को हल्के में नहीं लेना चाहिए। उन्होंने टीम के जोश और ऊर्जा की तारीफ की और उम्मीद जताई कि भारत के पक्ष में अच्छा नतीजा आएगा। रवींद्र जडेजा का यह तीसरा इंग्लैंड दौरा है और अपने अनुभव और धैर्य से उन्होंने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह भारत के सबसे भरोसेमंद ऑलराउंडरों में से एक हैं। उन्हें कप्तानी नहीं मिली, लेकिन उनके प्रदर्शन में कोई कमी नहीं है।