रिलायंस जियो ने एक नई और स्मार्ट क्लाउड-आधारित वर्चुअल डेस्कटॉप सेवा JioPC लॉन्च की है। इस सेवा के ज़रिए आप किसी भी टीवी को कंप्यूटर की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आपको अलग से किसी CPU की ज़रूरत नहीं होगी। आपको बस Jio सेट-टॉप बॉक्स लगाना होगा, यह JioFiber से कनेक्ट हो जाता है। आप इसे अलग से भी खरीद सकते हैं।
JioPC क्या करता है?
JioPC के लिए आपको अपने टीवी से कीबोर्ड और माउस कनेक्ट करना होगा और आपका टीवी एक वर्चुअल कंप्यूटर बन जाएगा। अच्छी बात यह है कि JioPC पूरी तरह से क्लाउड पर चलता है। इसका ऑपरेटिंग सिस्टम Ubuntu (Linux) है। इसमें आप वेब ब्राउज़िंग, ऑनलाइन पढ़ाई, कोडिंग और डॉक्यूमेंट एडिटिंग जैसे ज़रूरी काम कर सकते हैं। ध्यान रहे कि फ़िलहाल यह वेबकैम और प्रिंटर जैसे बाहरी उपकरणों को सपोर्ट नहीं करता है।
कीमत कितनी है?
JioPC सेवा Pay-as-you-go मॉडल पर दी जा रही है। यानी आप इसे बिना किसी लॉन्ग-टर्म कॉन्ट्रैक्ट के चला सकते हैं। इसकी शुरुआती कीमत 599 + GST प्रति माह है। लेकिन अगर आप तीन महीने का प्लान लेने की सोच रहे हैं, तो आपको एक महीने का सब्सक्रिप्शन मुफ़्त मिलता है। इस प्लान की कीमत 1,499 रुपये है। इस हिसाब से आप 4 महीने तक इस सेवा का लाभ उठा पाएंगे। वहीं, अगर आप इसका सालाना प्लान लेना चाहते हैं, तो इसमें भी आपको फायदे मिल रहे हैं। कंपनी इस प्लान में 3 महीने एक्स्ट्रा दे रही है। यानी 12 महीने और उसके साथ 3 महीने एक्स्ट्रा यानी आप 15 महीने तक इसका आनंद ले सकते हैं। इस सालाना प्लान की कीमत 4,599 रुपये है।
आपको क्या मिलेगा?
वर्चुअल मशीन में आपको 4 सीपीयू, 8GB रैम और 100GB क्लाउड स्टोरेज मिलेगा। इसके अंदर LibreOffice जैसे बेसिक सॉफ्टवेयर पहले से इंस्टॉल हैं। इसमें ब्राउज़र के ज़रिए Microsoft Office को भी एक्सेस किया जा सकता है। खास बात यह है कि शुरुआत में आपको 1 महीने का ट्रायल फ्री मिलता है। जिसमें Jio Workspace और 512GB एक्स्ट्रा क्लाउड स्टोरेज ऑफर किया जाता है। इसके अंदर Adobe Express भी फ्री मिलेगा। इससे आप ग्राफिक डिज़ाइनिंग और कंटेंट क्रिएशन कर सकते हैं।
कैसे सेटअप करें?
इसके सेटअप के लिए आपको जियो सेट-टॉप बॉक्स चालू करना होगा। ऐप्स सेक्शन में जाकर JioPC ऐप खोलें। इसके बाद मोबाइल नंबर से रजिस्टर करें। लॉग इन करते ही आपका क्लाउड डेस्कटॉप तैयार हो जाएगा। अब आप अपने टीवी को कंप्यूटर की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं। इस सेवा को चलाने के लिए तेज़ इंटरनेट कनेक्शन ज़रूरी है। क्योंकि सभी प्रक्रियाएँ जियो के क्लाउड सर्वर पर होती हैं, जिसके लिए अच्छी इंटरनेट कनेक्टिविटी का होना बेहद ज़रूरी है।