बिज़नेस न्यूज़ डेस्क – भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक के बाद गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कई अहम घोषणाएं की हैं। इस नीति बैठक की घोषणाओं का देश की अर्थव्यवस्था, महंगाई और विकास दर पर खासा असर पड़ सकता है। आइए जानते हैं RBI गवर्नर के भाषण की 10 मुख्य बातें।
1. रेपो रेट में कटौती
RBI ने रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती कर इसे 6.25% कर दिया है। यह फैसला लिक्विडिटी बढ़ाने और अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए लिया गया है।
2. महंगाई पर नियंत्रण
हाल के महीनों में महंगाई दर में गिरावट देखने को मिली है। RBI ने उम्मीद जताई है कि 2025-26 में यह 4.2% पर स्थिर रह सकती है, जो अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक संकेत है।
3. विकास दर का पूर्वानुमान
RBI ने 2025-26 के लिए जीडीपी वृद्धि दर 6.7% रहने का अनुमान लगाया है। इस वृद्धि में निजी खपत, सेवा क्षेत्र और कृषि क्षेत्र का मुख्य योगदान होगा।
4. निवेश को बढ़ावा
सरकार का पूंजीगत व्यय और कंपनियों की बेहतर बैलेंस शीट पर ध्यान केंद्रित करने से निवेश गतिविधियों में वृद्धि होगी।
5. रुपये पर प्रभाव
वैश्विक बाजार में अमेरिकी डॉलर की मजबूती के कारण रुपये पर दबाव बना रहेगा। हालांकि, आरबीआई का मानना है कि भारतीय मुद्रा में स्थिरता लाने के लिए उचित नीतिगत कदम उठाए जा रहे हैं।
6. ऋण वृद्धि को बढ़ावा मिलेगा
ब्याज दरों में कमी के कारण बैंकों की ऋण वृद्धि में तेजी आ सकती है, जिसका लाभ रियल एस्टेट और ऑटोमोबाइल जैसे क्षेत्रों को मिलेगा।
7. वैश्विक अनिश्चितताओं का प्रभाव
आरबीआई ने आगाह किया कि वैश्विक वित्तीय अस्थिरता, भू-राजनीतिक तनाव और व्यापार नीतियों में बदलाव भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए जोखिम पैदा कर सकते हैं।
8. नकदी प्रबंधन पर ध्यान
आरबीआई की नीति नकदी प्रबंधन को मजबूत करने और तरलता को स्थिर रखने पर ध्यान केंद्रित करेगी ताकि बैंकिंग प्रणाली में नकदी का प्रवाह सुचारू रहे।
9. ऋण नीति में लचीलापन
मौद्रिक नीति समिति ने यह भी संकेत दिया कि विकास और स्थिरता को बनाए रखने के लिए भविष्य में जरूरत पड़ने पर मौद्रिक नीतियों में और बदलाव किए जा सकते हैं।
10. अगली बैठक की घोषणा
आरबीआई की अगली मौद्रिक नीति समिति की बैठक 7 से 9 अप्रैल 2025 के बीच होगी, जिसमें आगे की नीतियों पर चर्चा की जाएगी।