26 जनवरी राष्ट्रीय पर्व है। इस दिन लोग गणतंत्र दिवस के कार्यक्रमों में हिस्सा लेते हैं। इस दिन दिल्ली में कर्तव्य पथ पर भव्य परेड होती है, जिसमें देश की सैन्य ताकत, सांस्कृतिक धरोहर और देश कितनी प्रगति कर रहा है, इसको प्रदर्शित किया जाता है। सरकारी और निजी संस्थानों में भी इस दिन झंडा फहराने और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होता है। जिसमें लोग झंडा फहराने के बाद राष्ट्रगान गाते हैं, देश में शायद ही कोई होगा, जिसे राष्ट्रगान नहीं आता होगा। लेकिन कई लोग हैं, जो इसका हिंदी में अर्थ नहीं जानते। भारत में रहने वाले हर नागरिक को इसका पूरा मतलब पता होना चाहिए, इसलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको इसके बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।
जन गण मन का अर्थ
जन गण मन अधिनायक जय हे, भारत भाग्य विधाता।
पंजाब, सिंधु, गुजरात, मराठा, द्रविड़, उत्कल, बंग।
अर्थ- जन गण मन (सभी लोगों के मन), अधिनायक (राजा या शासक), जय हे (आपकी जय हो), भारत भाग्य विधाता (आप भारत के भाग्य विधाता हो या भगवान हो)
पंजाब, सिंध, गुजरात, मराठा, द्रविड़ (दक्षिण भारत), उत्कल (ओडिशा), बंग (बंगाल)
इन दोनों लाइनों का पूरा अर्थ है-
- सभी लोगों के मन के उस अधिनायक की जय हो, जो भारत के भाग्यविधाता हैं!
- पंजाब, सिंध, गुजरात, मराठा, द्रविड़ (दक्षिण भारत), उत्कल (ओडिशा), बंग (बंगाल) के लोग आपकी जय करते हैं।
2- विंध्य, हिमाचल, यमुना, गंगा, उच्छल जलधि तरंग।
तव शुभ नामे जागे, तव शुभ आशीष मांगे।
गाहे तव जय गाथा
अर्थ- विंध्य और हिमालय पर्वत, यमुना और गंगा नदियां, और समुद्र की उठती लहरें
तव शुभ नामे जागे(सब तेरे पवित्र नाम पर जाग उठते हैं), तव शुभ आशीष मांगे (सब तेरी पवित्र आशीर्वाद पाने की इच्छा रखते हैं। गाहे तव जय गाथा (सब तेरे ही जयगाथाओं का गान करते हैं)
इन लाइनों का पूरा अर्थ है-
- विंध्य और हिमालय पर्वत, यमुना और गंगा नदियां, और समुद्र की उठती लहरें,
- सब तेरे पवित्र नाम पर जाग उठती हैं, सब तेरी पवित्र आशीर्वाद पाने की कामना करती हैं,
- सब तेरे ही जयगाथाओं का गान करते हैं।
3- जन गण मंगलदायक जय हे, भारत भाग्य विधाता।
जय हे, जय हे, जय हे, जय जय जय जय हे।
इन लाइनों का अर्थ –
- जनगण के मंगल दायक की जय हो, हे भारत के भाग्य विधाता (भारत के देवता)
- आपकी विजय हो, विजय हो, विजय हो, हमेशा आपकी जय हो।