Home खेल RR vs KKR Highlights: IPL में Riyan Parag का बन रहे है...

RR vs KKR Highlights: IPL में Riyan Parag का बन रहे है महान, जेल जाने से नहीं डर रहे फैन, सिर्फ पैर छूने को लांघ दी हदें

7
0

क्रिकेट न्यूज डेस्क।। इंडियन प्रीमियर लीग 2025 के छठे मैच में बुधवार को राजस्थान रॉयल्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच भिड़ंत हुई। गुवाहाटी के बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया यह मैच लो स्कोरिंग था, हालांकि मैच के दौरान राजस्थान के कप्तान रियान पराग के लिए एक खास पल भी रहा। इसे देखकर ऐसा लग रहा है कि लीग में रियान पराग का कद बढ़ता जा रहा है।

रयान पराग को मिला बड़ा प्रशंसक
आईपीएल के दौरान अक्सर प्रशंसक मैदान में प्रवेश कर जाते हैं। इस प्रशंसक का सपना विराट कोहली, रोहित शर्मा या महेंद्र सिंह धोनी को गले लगाना है। बुधवार को आरआर और केकेआर के बीच मैच के दौरान एक प्रशंसक मैदान में घुस आया।
यह प्रशंसक रयान पराग था। इस बीच रियान पराग 12वां ओवर फेंक रहे थे। पहले प्रशंसक ने रयान के पैर छुए। इसके बाद रयान ने प्रशंसक को गले लगा लिया। ऐसे में साफ है कि लीग में रियान पराग का कद भी बढ़ता जा रहा है। प्रशंसक उनके लिए जेल जाने को तैयार हैं।

विराट का फैन मैदान में घुसा

छवि

इससे पहले 18वें सीजन का पहला मैच कोलकाता नाइट राइडर्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच खेला गया था। कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेले गए इस मैच के दौरान विराट कोहली का एक प्रशंसक मैदान में घुस आया। प्रशंसक रेलिंग फांदकर मैदान में घुस गया और नॉन-स्ट्राइकर छोर पर खड़े विराट कोहली को प्रणाम किया। इतना ही नहीं इस फैन ने विराट को गले भी लगाया। हालांकि इसके बाद कोलकाता पुलिस ने प्रशंसक को गिरफ्तार कर लिया।
यह भी पढ़ें: RR vs KKR: गेंदबाजों के बाद क्विंटन डी कॉक का जलवा, KKR को मिली सीजन की पहली जीत; राजस्थान की लगातार दूसरी हार
कोहली की प्रशंसक, किशोरी रितुपर्णा पाखीरा को कोलकाता की बैंकशाल कोर्ट ने सख्त हिदायतों के साथ जमानत दे दी। न्यायाधीश ने आईपीएल तक उनके स्टेडियम में प्रवेश पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। आपको बता दें कि पुलिस ने सोमवार को रितुपर्णा को कोर्ट में पेश किया।

सरकारी अभियोजक ने अनुरोध किया कि कोहली के प्रशंसक को पुलिस हिरासत में भेज दिया जाए। दूसरी ओर, बचाव पक्ष के वकील ने इसका विरोध किया। उन्होंने तर्क दिया कि उनके मुवक्किल विराट कोहली को भगवान मानते हैं। ऐसी स्थिति में उन्होंने आवेग में आकर यह कदम उठाया। भावनाओं को अपराध से जोड़ना सही नहीं है। न्यायाधीश ने भी इस तर्क को स्वीकार कर लिया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here