एशियाई बाजारों में तेजी के रुख के बीच बुधवार (5 मार्च) को घरेलू शेयर बाजार सकारात्मक रुख के साथ खुले। अमेरिकी वाणिज्य मंत्री ने कनाडा और मैक्सिको के टैरिफ में कुछ राहत का संकेत दिया। इसका बाजार की धारणा पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने टैरिफ लगाने की अपनी योजना दोहराई है। आज व्यापक बाजारों में भी वृद्धि देखी जा रही है। शुरुआती कारोबार में निफ्टी का स्मॉलकैप इंडेक्स 0.46% और मिडकैप इंडेक्स 0.30% बढ़ा। इससे पहले मंगलवार को बाजार में लगातार तीसरे दिन गिरावट दर्ज की गई थी। सेंसेक्स 96.01 अंक या 0.13% की गिरावट के साथ 72,989.93 पर बंद हुआ। निफ्टी 36.65 अंक या 0.17% की गिरावट के साथ 22,082 पर बंद हुआ।
निफ्टी में गिरावट का सबसे लंबा दौर
मंगलवार को निफ्टी-50 लगातार 10वें कारोबारी सत्र में गिरावट दर्ज करते हुए 22,080 पर बंद हुआ। यह 4 जून के बाद इसका सबसे निचला स्तर है तथा 26 सितम्बर के उच्चतम स्तर से 16 प्रतिशत की गिरावट दर्शाता है। लगातार 10 कारोबारी सत्रों में गिरावट 22 अप्रैल 1996 को निफ्टी की स्थापना के बाद से गिरावट का सबसे लंबा सिलसिला है।
निफ्टी 50 की आधार तिथि 3 नवंबर 1995 है जबकि मूल्य 1,000 है। 28 दिसम्बर 1995 से 10 जनवरी 1996 के बीच निफ्टी में लगभग 6 प्रतिशत की गिरावट आई थी, तथा लगातार 10 कारोबारी सत्रों में इसमें घाटा दर्ज किया गया था। पिछले 10 कारोबारी सत्रों के दौरान निफ्टी में 3.83 प्रतिशत या 879 अंकों की गिरावट आई है।
अमेरिकी बाजारों में गिरावट
अमेरिका के सबसे बड़े व्यापारिक साझेदारों पर टैरिफ लगाने के डोनाल्ड ट्रम्प के फैसले पर कंपनियों और निवेशकों की प्रतिक्रिया के कारण वॉल स्ट्रीट पर शेयरों में फिर से गिरावट देखी जा रही है। मंगलवार की सुबह एसएंडपी 500 में 0.7 प्रतिशत, नैस्डैक में 0.6 प्रतिशत तथा डाउ में 423 अंक या 1 प्रतिशत की गिरावट आई।
अमेरिका, चीन, कनाडा और मैक्सिको के बीच बढ़ते व्यापार युद्ध के कारण अमेरिकी शेयरों में हाल की गिरावट और बढ़ गई है। यह गिरावट अर्थव्यवस्था में कमजोरी के पूर्व संकेत के कारण थी।