मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत पूरी तरह सपाट रही। सप्ताह के दूसरे दिन बीएसई सेंसेक्स 73.18 अंकों की बढ़त के साथ 77,384.98 अंक पर खुला। वहीं एनएसई का निफ्टी 50 सूचकांक महज 1.95 अंक बढ़कर 23,383.55 अंक पर खुला। आपको बता दें कि सोमवार को बाजार ने लाल निशान में कारोबार शुरू किया और भारी गिरावट के साथ बंद हुआ। कल बीएसई सेंसेक्स 548.39 अंक गिरकर 77,311.80 पर और निफ्टी 50 भी 178.35 अंक गिरकर 23,381.60 पर बंद हुआ था।
प्रोग्रेसिव शेयर्स के निदेशक आदित्य गग्गर ने बाजार पर टिप्पणी की। प्रोग्रेसिव शेयर्स के निदेशक आदित्य गग्गर का कहना है कि टैरिफ से संबंधित चल रहे व्यापार युद्ध का भारतीय इक्विटी बाजारों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। सुस्त शुरुआत के बाद सूचकांक में पूरे दिन गिरावट जारी रही और अंततः 178.35 अंकों की भारी गिरावट के साथ 23,381.60 पर बंद हुआ। सभी क्षेत्रों में भारी गिरावट देखी गई। रियल्टी और धातु क्षेत्र में सबसे ज्यादा गिरावट आई। व्यापक बाजार में बिकवाली का दबाव विशेष रूप से अधिक था। मिडकैप और स्मॉलकैप दोनों खंडों में 2.12 प्रतिशत और 2.11 प्रतिशत की गिरावट देखी गई।
आज किन कंनपियों के नतीजे? निफ्टी से आज एक भी कंपनी के नतीजे नहीं है। वायदा बाजार से Berger Paints, Birlasoft, NBCC, Vodafone Idea, IRCTC, LUPIN और SAIL के नतीजे जारी होंगे। इसके अलावा कैश मार्केट से आज Astrazeneca Pharma, Bajaj Healthcare, Campus Activewear, Devyani International, EID Parry, HEG, IRCON, MOIL समेत अन्य कंपनियों के नतीजे जारी होंगे।
मजबूत मंदी के कैंडलस्टिक के साथ, निफ्टी ने निर्णायक रूप से 23,500 के अपने प्रमुख समर्थन स्तर को तोड़ दिया है। अब निफ्टी के लिए अगला बड़ा सपोर्ट 23,240 के स्तर पर दिख रहा है। वहीं, ऊपरी तरफ 23,465 पर रेजिस्टेंस दिख रहा है।
सेंसेक्स सपाट, निफ्टी 23350 से नीचे बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई। सेंसेक्स 87.52 अंक या 0.11 फीसदी की गिरावट के साथ 77,191.85 पर कारोबार कर रहा है। वहीं, निफ्टी 31.55 अंक यानी 0.13 फीसदी की गिरावट के साथ 23,350.05 पर कारोबार कर रहा है।
प्री-ओपनिंग में बाजार में तेजी देखी जा रही है। प्री-ओपनिंग में बाजार में तेजी देखी जा रही है। सेंसेक्स 29 अंक या 0.04 फीसदी की बढ़त के साथ 77,340.80 पर कारोबार कर रहा है। वहीं, निफ्टी 22.10 अंक यानी 0.09 फीसदी की बढ़त के साथ 23,403.70 पर कारोबार कर रहा है।
निफ्टी बैंक पर रणनीति अनुज सिंघल ने कहा कि निफ्टी बैंक अब तक 10 और 20 DEMA की रक्षा कर रहा है। मेक या ब्रेक जोन 49,650-49,800 पर है। यदि 49,650 टूटता है तो निफ्टी बैंक कमजोर हो सकता है। यदि कोई सुधार आना है तो बैंक निफ्टी उसका नेतृत्व करेगा।
निफ्टी पर रणनीति अनुज सिंघल ने कहा कि निफ्टी के लिए पहला सपोर्ट 23,250-23,300 पर है जबकि प्रमुख सपोर्ट 23,000-23,100 पर है। पहला प्रतिरोध 23,450-23,500 पर है जबकि प्रमुख प्रतिरोध 23,550-23,600 पर है। पहला व्यापार – जहां भी रैली विफल हो जाए, वहां बेच दें। विक्रय व्यापार में SL 23,550 रखें।
एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक डे की बाजार पर राय एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक डे का कहना है कि हेडलाइन इंडेक्स में गिरावट जारी है क्योंकि यह दैनिक चार्ट पर निचले शीर्ष पर पहुंचने के बाद गिर रहा है। निफ्टी के 21ईएमए से नीचे गिरने के बाद धारणा और कमजोर हो गई है। इसके अलावा, आरएसआई ने भी मंदी के क्रॉसओवर में प्रवेश किया है। यदि निफ्टी 23,350 से नीचे चला जाता है तो अल्पावधि में बाजार का रुख खराब हो सकता है। यदि निफ्टी 23,350 से नीचे चला गया तो गिरावट 23,000 तक हो सकती है। ऊपर की ओर, निफ्टी के लिए 23,550 पर प्रतिरोध देखा जा रहा है।
ग्रासिम लाभ से घाटे में चला गया ग्रासिम लाभ से घाटे में चला गया। 236 करोड़ के लाभ के मुकाबले 169 करोड़ का घाटा हुआ है। हालाँकि, राजस्व में 27% की वृद्धि हुई है। लेकिन मार्जिन पर भारी असर पड़ा है। वहीं, अपोलो अस्पताल का मुनाफा 49 फीसदी बढ़ा है और मार्जिन में भी मामूली सुधार हुआ है।
10 फरवरी को कैसी रही बाजार की चाल? 10 फरवरी को निफ्टी 23,400 के नीचे बंद हुआ। भारतीय शेयर सूचकांक में गिरावट आई है। कारोबारी सत्र में सेंसेक्स 548.39 अंक या 0.70 फीसदी की गिरावट के साथ 77,311.80 पर और निफ्टी 178.35 अंक या 0.76 फीसदी की गिरावट के साथ 23,381.60 पर बंद हुआ।
आयशर मोटर्स के नतीजे उम्मीद से कमजोर आयशर मोटर्स के तीसरी तिमाही के नतीजे उम्मीद से थोड़े कमजोर रहे। लाभ में 17% की वृद्धि हुई है, राजस्व में 19% की वृद्धि हुई है। लेकिन मार्जिन पर दबाव था। वहीं एस्कॉर्ट्स कुबोटा का मुनाफा साढ़े आठ फीसदी बढ़ा है और मार्जिन में मामूली नरमी आई है।
भारत आयात पर उच्च टैरिफ लगाता है: अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प के शीर्ष आर्थिक सलाहकार केविन हेसेट ने भारत पर उच्च टैरिफ लगाने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि भारत के ऊंचे टैरिफ आयात में बाधा उत्पन्न करते हैं। पीएम मोदी के अमेरिका दौरे के दौरान ट्रंप के साथ कई मुद्दों पर चर्चा होगी। दूसरी ओर, ट्रम्प ने सभी देशों से स्टील और एल्युमीनियम आयात पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा की।