अभिषेक राज उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के रहने वाले हैं। उन्होंने महज पाँच साल में एक छोटे से ऑफिस से करोड़ों का कारोबार खड़ा कर दिया। 2020 में अभिषेक ने जेनेका वेंचर्स की नींव रखी। आज यह कंपनी भारत और दुबई के शीर्ष रियल एस्टेट डेवलपर्स के लिए बिक्री का काम संभालती है। इसका कारोबार करोड़ों में पहुँच गया है। अभिषेक राज कभी राष्ट्रीय स्तर के स्नूकर खिलाड़ी थे। रियल एस्टेट में अनुभव हासिल करने के बाद उन्होंने इस कंपनी की शुरुआत की। उनकी कंपनी ने रियल एस्टेट बेचने का तरीका ही बदल दिया। यहाँ जानिए अभिषेक राज की सफलता के सफर के बारे में।
शुरुआत बहुत छोटी थी
अभिषेक राज का जन्म 1984 में मुरादाबाद में हुआ था। उन्होंने 2002 में एस.एस. चिल्ड्रन्स एकेडमी से 12वीं पास की। इसके बाद उन्होंने बी.कॉम. एलएलबी किया। अभिषेक ने 2007 में स्नातक की पढ़ाई पूरी की। उनके पिता मुरादाबाद में एक वरिष्ठ कर अधिवक्ता हैं। उनकी माँ एक गृहिणी और समाजसेवी हैं। 2020 में, जब दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही थी, अभिषेक राज ने नोएडा में 700 वर्ग फुट के एक छोटे से ऑफिस से अपनी कंपनी जेनिका वेंचर्स की शुरुआत की। उनका विज़न स्पष्ट था। रियल एस्टेट डेवलपर्स के लिए बिक्री और मार्केटिंग प्रक्रिया को बदलना। परंपरागत रूप से, डेवलपर्स सब कुछ खुद ही संभालते थे। लेकिन, अभिषेक ने एक चैनल पार्टनर मॉडल पेश किया जिसने इस पूरे इकोसिस्टम को बदल दिया। उनकी कंपनी ने बहुत जल्द ही ओमैक्स, एम3एम, गुलशन, डीएलएफ जैसे प्रतिष्ठित क्लाइंट्स को जोड़ना शुरू कर दिया। पहले ही साल में 1 करोड़ रुपये का टर्नओवर हासिल किया।
कारोबार का तेज़ी से विस्तार हुआ
जेनिका वेंचर्स तेज़ी से बढ़ा। अभिषेक की छोटी सी टीम जल्द ही 100 से ज़्यादा कर्मचारियों की हो गई। 700 वर्ग फुट का कार्यालय 5,000 वर्ग फुट के विशाल मुख्यालय में बदल गया। कंपनी ने अपनी सेवाओं को केवल बिक्री तक ही सीमित नहीं रखा। बल्कि, इसने अपने ग्राहकों को ऋण, दस्तावेज़ीकरण और बिक्री के बाद की सेवाएँ भी प्रदान कीं। इस व्यापक दृष्टिकोण ने इसे पारंपरिक दलालों से अलग कर दिया। कंपनी ने गुरुग्राम, बेंगलुरु और कोलकाता जैसे प्रमुख भारतीय शहरों में अपने कार्यालय खोले और दुबई तक भी विस्तार किया। इसके साथ ही, कंपनी का टर्नओवर 20 करोड़ रुपये तक पहुँच गया।
सात साल तक काम किया
अभिषेक राज के उद्यमी बनने का सफ़र रियल एस्टेट उद्योग में उनके गहन अनुभव से जुड़ा है। ब्रिटेन से एमबीए करने के बाद, वे भारत लौट आए और एक रियल एस्टेट फर्म में सात साल तक काम किया, जहाँ वे असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट (एवीपी) के पद तक पहुँचे। इस दौरान, उन्होंने उद्योग की बारीकियों को समझा और अपनी खुद की कंपनी शुरू करने का फैसला किया। जेनिका वेंचर्स न केवल बिक्री करती है, बल्कि डेवलपर्स को बिक्री रणनीतियों पर सलाह भी देती है। वह उनके लिए अनुसंधान और विकास कार्य भी करते हैं। यही नवाचार उनकी सफलता का एक बड़ा कारण बना।
बेटी का नाम बना कंपनी की पहचान
अभिषेक राज एक उद्यमी होने के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर के स्नूकर खिलाड़ी भी रहे हैं। आज भी, उन्होंने खेल के प्रति अपने जुनून को बरकरार रखा है। वे भारतीय स्नूकर खिलाड़ी कमल चावला के प्रायोजक हैं। उनकी कंपनी का नाम उनकी बेटी ‘जेनिका’ के नाम पर रखा गया है। अभिषेक का मानना है कि एक सफल उद्यमी बनने के लिए स्पष्ट सोच और धैर्य बेहद ज़रूरी है। उनका सफ़र दिखाता है कि कैसे कोई अपने जुनून और अनुभव का इस्तेमाल करके एक सफल व्यावसायिक साम्राज्य खड़ा कर सकता है।