सोने-चाँदी की कीमतों में लगातार बदलाव हो रहा है। कभी ये ऊपर जा रही हैं तो कभी नीचे। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा के बाद, इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) की वेबसाइट के अनुसार, गुरुवार सुबह तक 24 कैरेट सोने की कीमत बढ़कर 99017 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई, जबकि चांदी बढ़कर 113400 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई। आगे जानिए 23, 22, 18 और 14 कैरेट सोने के ताजा भाव क्या हैं।
सोना-चांदी की शुद्धता | सुबह का रेट: प्रति 10 ग्राम सोने का भाव |
सोना 24 कैरेट | 99017 रुपये |
सोना 23 कैरेट | 98620 रुपये |
सोना 22 कैरेट | 90700 रुपये |
सोना 18 कैरेट | 74263 रुपये |
सोना 14 कैरेट | 57925 रुपये |
चांदी 999 | 113400 रुपये प्रति किलो |
सोने-चाँदी के पिछले दिन के भाव
समाचार एजेंसी भाषा के अनुसार, अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने बताया कि स्टॉकिस्टों की ताज़ा खरीदारी के चलते बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोने का भाव 700 रुपये बढ़कर 98,520 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। इस तरह सोने में पिछले पाँच सत्रों से जारी गिरावट थम गई। मंगलवार को 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 97,820 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने का भाव बुधवार को 650 रुपये बढ़कर 98,200 रुपये प्रति 10 ग्राम (सभी करों सहित) हो गया। पिछली बार बाजार बंद होने के समय यह 97,550 रुपये प्रति 10 ग्राम था। सर्राफा एसोसिएशन के अनुसार, इसके अलावा, चांदी की कीमत बुधवार को 1,000 रुपये बढ़कर 1,14,000 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी करों सहित) हो गई। मंगलवार को यह 1,13,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर स्थिर रही थी। वैश्विक स्तर पर, हाजिर सोना 3,330.33 डॉलर प्रति औंस पर स्थिर कारोबार कर रहा था। हालांकि, विदेशी बाजारों में हाजिर चांदी गिरावट के साथ 38.09 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रही थी।
सोने-चांदी की कीमतों में क्यों आई तेजी
समाचार एजेंसी भाषा के अनुसार, एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (कमोडिटी) सौमिल गांधी ने कहा कि रुपये में तेज गिरावट के कारण घरेलू बाजार में सोने की कीमतों में अच्छी तेजी देखी गई। कच्चे तेल की कीमतों में उछाल और अमेरिका-भारत व्यापार समझौते को लेकर अनिश्चितता के चलते रुपये में गिरावट दर्ज की गई। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा 1 अगस्त की समयसीमा से पहले लगभग 20-25 प्रतिशत टैरिफ दरों के संकेत दिए जाने के बाद भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को लेकर अनिश्चितता के बीच बुधवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 52 पैसे गिरकर 87.43 (अनंतिम) पर आ गया।
कोटक सिक्योरिटीज में कमोडिटी रिसर्च की एवीपी, कायनात चैनवाला ने कहा, “सोने में स्थिरता का रुझान है… क्योंकि निवेशक दूसरी तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े, एडीपी रोजगार, लंबित घरेलू बिक्री और फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की ब्याज दर के फैसले सहित प्रमुख अमेरिकी वृहद आर्थिक आंकड़ों का इंतजार कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि हालांकि फेडरल रिजर्व द्वारा दरों को अपरिवर्तित रखने की व्यापक उम्मीद है, बाजार तीव्र राजनीतिक दबाव और मिश्रित आर्थिक संकेतों के बीच, विशेष रूप से नीतिगत दृष्टिकोण पर मार्गदर्शन की बारीकी से निगरानी कर रहा है।
एबांस फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) चिंतन मेहता ने कहा कि निवेशक भविष्य के किसी भी संकेत के लिए अमेरिकी फेडरल रिजर्व प्रमुख जेरोम पॉवेल की टिप्पणियों पर भी बारीकी से नजर रखेंगे। उन्होंने कहा कि इसके अलावा, जीडीपी आंकड़े अमेरिकी अर्थव्यवस्था की मजबूती के बारे में नई जानकारी प्रदान करेंगे और संभावित रूप से फेडरल रिजर्व के आगे के रुख को प्रभावित करेंगे।
वायदा बाजार में चांदी की कीमत
बुधवार को वायदा कारोबार में चांदी की कीमत 28 रुपये गिरकर 1,13,725 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई क्योंकि व्यापारियों ने सौदों का आकार कम कर दिया। सितंबर डिलीवरी वाले चांदी के अनुबंधों की कीमत मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर चांदी वायदा कीमतों में गिरावट 28 रुपये यानी 0.02 फीसदी की गिरावट के साथ 1,13,725 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई। इसमें 15,622 लॉट के लिए कारोबार हुआ। बाजार विश्लेषकों ने बताया कि बाजार में मौजूदा स्तर पर कारोबारियों की बिकवाली के कारण मुख्यत: चांदी वायदा कीमतों में गिरावट आई। वैश्विक स्तर पर, न्यूयॉर्क में चांदी की कीमत 0.19 फीसदी की गिरावट के साथ 38.13 डॉलर प्रति औंस रह गई।