टेक न्यूज़ डेस्क – यूजर्स की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ट्राई हर दिन नए नियम बना रहा है। इनमें से कुछ नियम टेलीकॉम ऑपरेटर्स को पसंद आ रहे हैं, जबकि कुछ का वे विरोध कर रहे हैं। अब इसी महीने भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) एक नया पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने की तैयारी कर रहा है। इन नियमों के आने से यूजर्स को फर्जी मैसेज से निजात मिल जाएगी।कहा गया है कि नियमों के आने के बाद यूजर्स अपने हिसाब से चुन सकेंगे कि उन्हें कौन से मैसेज चाहिए और कौन से नहीं। इनके आने के बाद ग्राहकों को अनचाहे बिजनेस और विज्ञापन मैसेज से निजात मिल जाएगी।ट्राई ने टेलीकॉम सेवाएं देने वाली सभी कंपनियों से साफ कहा कि उन्हें ग्राहकों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सटीक और प्रभावी डीएनडी (डू नॉट डिस्टर्ब) सेवा शुरू करनी होगी। इसके तहत यूजर को अपनी पसंद के मुताबिक सिर्फ जरूरी मैसेज ही प्राप्त करने की सुविधा मिलेगी।
जल्द शुरू होगी प्रक्रिया
स्पैम मैसेज पर लगाम लगाने के लिए प्राधिकरण की जांच प्रक्रिया आने वाले हफ्तों में शुरू हो जाएगी। ट्राई के चेयरमैन अनिल कुमार लाहोटी के मुताबिक डिजिटल डिस्ट्रीब्यूशन लेजर टेक्नोलॉजी (डीएलटी) प्लेटफॉर्म लॉन्च किया गया है। जहां सभी प्रमुख संस्थाएं (पीई) जैसे बैंक, वित्तीय संस्थान, व्यापारिक संगठन और सरकारी एजेंसियों के साथ-साथ टेलीमार्केटिंग कंपनियां भी जुड़ी होंगी।
आसान हो जाएगी ट्रैकिंग
उन्होंने बताया कि डीएलटी प्लेटफॉर्म ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित है, जहां सभी कंपनियों को एसएमएस भेजने की प्रक्रिया के बारे में बताना होगा। इससे ट्राई के लिए मैसेज को ट्रैक करना आसान हो जाएगा। इससे मैसेज की विश्वसनीयता की भी जांच हो सकेगी। जो मैसेज यूजर के लिए उपलब्ध नहीं होंगे। उन्हें यूजर तक पहुंचने से पहले ही ब्लॉक कर दिया जाएगा।
कॉलिंग पैक लागू किया जाएगा
इसके अलावा ट्राई ने टेलीकॉम कंपनियों से यह भी कहा कि उन्हें वॉयस कॉल और एसएमएस के लिए अलग से स्पेशल टैरिफ वाउचर प्लान पेश करने होंगे। इससे डेटा का इस्तेमाल नहीं करने वाले लोगों को कम पैसे खर्च करने पड़ेंगे। लाहोटी ने कहा कि यूजर्स को डेटा इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है, लेकिन कंपनियां उन्हें मजबूर नहीं कर सकतीं। यूजर को यह तय करने का अधिकार है कि वह डेटा वाला प्लान लेना चाहता है या नहीं।
अवांछित एसएमएस पर रोक लगेगी
लाहोटी के अनुसार, यदि किसी ग्राहक को किसी विशेष सेवा ऑपरेटर या विक्रेता से कोई संदेश या कॉल प्राप्त होता है और वह शिकायत करता है कि यह स्पैम है, तो अगली बार ऐसे संदेश नहीं भेजे जाएंगे।