मनोरंजन न्यूज़ डेस्क – साल 2001 और चैनल स्टार प्लस…. इस चैनल पर एक शो आता था ‘देस में निकला होगा चांद…’ इस शो में एक नया चेहरा देखने को मिला… उनका नाम था वरुण बडोला… आज का सवाल है कि वो ‘देस में निकला चांद’ अब कहां है?अब आप सोच रहे होंगे कि हम वरुण बडोला की बात क्यों कर रहे हैं? अगर हां, तो जान लीजिए कि आज उनका 51वां जन्मदिन है। चलिए आपको बताते हैं वरुण से जुड़े कुछ किस्से।
आपको बता दें कि वरुण के पिता विश्वमोहन बडोला भी एक जाने-माने कलाकार थे। उनकी बहन अलका सीरियल ‘कुमकुम’ में नजर आ चुकी हैं, जबकि उनकी दूसरी बहन कालिंदी रेडियो जॉकी हैं।वरुण ने अपनी स्कूली शिक्षा नई दिल्ली के सरदार पटेल विद्यालय से की, जबकि उनका बचपन अहमदाबाद में बीता। कॉलेज के बाद उन्होंने एक्टिंग के अपने सपने को पूरा करना शुरू कर दिया।काफी समय तक संघर्ष करने के बाद उन्हें बालाजी फिल्म्स के सीरियल ‘कोशिश’ में मौका मिला। यह बालाजी फिल्म्स का जी टीवी पर पहला सुपरहिट शो था।
आपको बता दें कि वरुण की पहचान फिल्म इंडस्ट्री में ऐसे कलाकार के तौर पर रही है, जो मुश्किल से मुश्किल किरदार को भी आसानी से निभाने का हुनर रखते हैं।आपको जानकर हैरानी होगी कि अपने शुरुआती दिनों में वरुण ने तिग्मांशु धूलिया के साथ बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर और कॉस्ट्यूम अरेंजर काम किया था।वरुण ने एक इंटरव्यू में बताया था कि वह अपने पिता पर बोझ नहीं बनना चाहते थे।
ऐसे में उन्होंने 18 साल की उम्र में नौकरी की तलाश शुरू कर दी थी। जब उन्हें नौकरी नहीं मिली तो उन्होंने कालीन भी बेचा। वरुण ने जय हो, मिकी वायरस, चरस, हासिल, बनेगी अपनी बात, ये है मुंबई मेरी जान, देश में निगला होगा चांद, सोहनी महिवाल, एक चाबी है पड़ोस में, सावधान इंडिया: इंडिया फाइट्स बैक और अस्तित्व… एक प्रेम कहानी आदि प्रोजेक्ट्स में काम किया है।