भारतीय महिला क्रिकेट टीम और इंग्लैंड के बीच 3 मैचों की वनडे सीरीज़ अब समाप्त हो चुकी है। जिसे हरमनप्रीत कौर की अगुवाई वाली टीम इंडिया ने 2-1 से जीत लिया है। तीसरे वनडे मैच में भारतीय महिला टीम ने इंग्लैंड को 13 रनों से हराकर सीरीज़ अपने नाम कर ली। टी20 के बाद टीम इंडिया ने वनडे सीरीज़ में भी इंग्लैंड को हराया। तीसरे मैच में टीम इंडिया की ओर से क्रांति गौर ने गेंदबाजी में शानदार प्रदर्शन किया और अपने नाम एक खास रिकॉर्ड बनाया। क्रांति गौर ने टीम इंडिया में जगह बनाने के लिए काफी मेहनत की है और उनकी कहानी बेहद दिलचस्प है, जिसके बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं।
क्रांति गौर कौन हैं?
क्रांति गौर का जन्म 11 अगस्त 2003 को मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में हुआ था। क्रांति के लिए टीम इंडिया में शामिल होने का सफर इतना आसान नहीं था। वह एक बेहद गरीब परिवार से आती हैं। उन्होंने क्रिकेट की शुरुआत टेनिस बॉल से की थी। इसके बाद 14 साल की उम्र में उन्होंने लेदर बॉल से खेलना शुरू किया। क्रांति मध्य प्रदेश अंडर-23 टीम के लिए भी खेल चुकी हैं। एक समय ऐसा भी था जब उनके परिवार को पड़ोसियों से खाना उधार लेना पड़ता था।
इंग्लैंड में धूम मचा रही हैं
क्रांति गौड़ा ने इसी साल 11 मई को श्रीलंका के खिलाफ त्रिकोणीय श्रृंखला के फाइनल में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था। अब इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए तीसरे और अंतिम वनडे मैच में क्रांति गौड़ा ने 9.5 ओवर में 52 रन देकर 6 विकेट लिए। अब क्रांति इंग्लैंड की धरती पर महिला वनडे मैच में 5 या उससे ज़्यादा विकेट लेने वाली दूसरी भारतीय तेज़ गेंदबाज़ बन गई हैं।
वर्तमान में, क्रांति गौड़ा ने भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए 4 वनडे और 1 टी20 मैच खेला है। 4 वनडे मैचों में गेंदबाजी करते हुए क्रांति ने 9 विकेट लिए हैं। जिसमें से उन्होंने सिर्फ़ 1 मैच में 6 विकेट लिए हैं। इसके अलावा, टी20 में उन्हें अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है।








