फैशन समय के साथ बदलता रहता है, लेकिन कूल और स्टाइलिश दिखने के लिए जींस हमेशा युवाओं की पहली पसंद बनी हुई है। स्थानीय बाजारों से लेकर ऑनलाइन साइट्स तक आपको लड़के और लड़कियों के लिए अलग-अलग डिजाइनों के जींस के ऑप्शन मिल जाते हैं। लेकिन क्या आपने कभी एक बात पर गौर किया है, लड़कियों की जींस की जेब लड़कों की जींस की तुलना में काफी छोटी होती है। अक्सर देखा जाता है कि लड़कियों की जींस की जेब इतनी छोटी होती है कि उसमें मोबाइल फोन भी फिट नहीं हो पाता। इसीलिए आपने देखा होगा कि जब लड़कियां अपना मोबाइल फोन जेब में रखती हैं तो उसका आधा हिस्सा बाहर निकला रहता है। लड़कियों की जींस की जेबें छोटी क्यों होती हैं? इसके पीछे कई अलग-अलग कारण हैं, आइये जानते हैं इसके बारे में।
पुरुषों की जींस की जेबें बड़ी क्यों होती हैं?
जींस अमेरिका में मजदूर वर्ग के लिए बनाई गई थी। क्योंकि काम के कारण उनके कपड़े जल्दी फट जाते थे, लेकिन जींस लंबे समय तक चलती थी। उस समय अधिकतर महिलाएं घर पर ही रहती थीं और पुरुष काम पर बाहर जाते थे। मजदूरी करने के लिए पुरुषों को अपने औजार और अन्य सामान रखने के लिए बड़ी जेबों की आवश्यकता होती थी, इसलिए उनकी जींस में गहरी जेबें बनाई जाती थीं।
महिलाओं की जेबों का इतिहास दिलचस्प है।
कहा जाता है कि 1790 के दशक में महिलाओं के कपड़े बहुत तंग कर दिए गए थे। उन दिनों उनके कपड़ों में जेब नहीं होती थी। लेकिन समय बदला और 1800 के दशक में महिलाएं पर्स लेकर चलने लगीं। उन दिनों इसे रेटिक्यूल्स के नाम से जाना जाता था। महिलाएं इसमें रूमाल और सिक्के रखती थीं। इसके बाद 20वीं सदी के पहले दशक में महिलाओं ने पैंट पहनना शुरू किया और उनमें जेबें भी दिखने लगीं। तब तक दुनिया में हैंडबैग फैशन में आ चुके थे। ऐसी स्थिति में जेबों का आकार छोटा होता चला गया।
फैशन डिजाइनर से जानिए इसका जवाब
फैशन डिजाइनर एमिली केलर ने एक बातचीत में बताया था कि आजकल महिलाओं की जींस पूरी तरह से शरीर से चिपकी रहती है। ऐसे में अगर महिलाओं की जेबें लंबी कर दी जाएं तो वे अच्छी नहीं लगेंगी। यदि महिलाएं अपनी जेब में कुछ भी ले जा रही हैं, तो वह चीजें उनकी जांघों पर दिखाई देंगी।