क्रिकेट न्यूज डेस्क।। साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला जा रहा वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025 का फाइनल अब अपने निर्णायक मोड़ पर पहुंच गया है। साउथ अफ्रीकी टीम को चोकर्स का टैग हटाकर खिताब जीतने के लिए सिर्फ 69 रनों की जरूरत है। इस अहम मोर्चे पर साउथ अफ्रीका को मजबूत स्थिति में पहुंचाने वाले खिलाड़ी हैं ओपनर एडेन मार्करम, जिन्होंने अपने टेस्ट करियर की यादगार शतकीय पारी खेलकर न सिर्फ टीम को जीत के करीब पहुंचाया है, बल्कि खुद को लेकर उठ रहे सवालों का भी सही जवाब दिया है।
पहली पारी में फ्लॉप, दूसरी पारी में बने हीरो
इस मैच की पहली पारी में एडेन मार्करम अपने बल्ले से कोई खास कमाल नहीं दिखा पाए थे। इसके चलते उनकी आलोचना भी हुई और टीम में उनके खेलने पर भी सवाल उठे। सोशल मीडिया पर उन्हें काफी ट्रोल भी होना पड़ा। अब दूसरी पारी में जब टीम को मजबूत शुरुआत की जरूरत थी, तो मार्करम ने जिम्मेदारी अपने कंधों पर ली और खुद को असली मैच विनर साबित किया।
मार्करम ने अपनी पारी की शुरुआत धीरे-धीरे लेकिन मजबूती से की। उन्होंने गेंदबाजों को समझने में समय लिया, शॉर्ट बॉल डालने में धैर्य दिखाया और हर फाउल बॉल को पेनाल्टी देकर बाउंड्री का रास्ता दिखाया। उन्होंने 156 गेंदों का सामना किया और नाबाद 102 रन बनाए, जिसमें 11 चौके शामिल हैं।
कप्तान बावुमा का साथ
तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक दक्षिण अफ्रीका ने 213 रन बना लिए हैं और अब उसे जीत के लिए सिर्फ 69 रन चाहिए। मार्कराम के साथ कप्तान टेम्बा बावुमा भी 65 रन बनाकर क्रीज पर जमे हुए हैं। उन्होंने शानदार अर्धशतक भी लगाया है और तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक उन्होंने टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया है। अब दक्षिण अफ्रीका को आखिरी दो दिनों में सिर्फ 69 रन चाहिए और उसके पास आठ विकेट बचे हैं।
ऑस्ट्रेलिया की तेज गेंदबाजी तिकड़ी पैट कमिंस, मिशेल स्टार्क और जोश हेजलवुड अब तक इस पिच पर कोई खास प्रभाव नहीं डाल पाए हैं। अफ्रीकी बल्लेबाजों ने न सिर्फ संभलकर खेला है बल्कि अहम मौकों पर रन बनाने में भी कामयाब रहे हैं।
क्या ‘चोकर्स’ का टैग हटेगा?
दक्षिण अफ्रीकी टीम को लंबे समय से ‘चोकर्स’ कहा जाता रहा है, खास तौर पर आईसीसी टूर्नामेंट में अहम मौकों पर हारने की वजह से। पिछले साल 2024 टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में टीम इंडिया से हारने के बाद यह टैग और भी गहरा हो गया, लेकिन अब अगर टीम इस WTC फाइनल को जीतने में सफल होती है, तो वह न सिर्फ ट्रॉफी जीतेगी बल्कि अफ्रीकी टीम चोकर्स का टैग हटाकर एक नया इतिहास भी रच देगी।
खेल का चौथा दिन अब निर्णायक होगा और पूरी दुनिया की नजर इस बात पर होगी कि क्या दक्षिण अफ्रीकी टीम इतिहास रच पाती है और विश्व टेस्ट चैंपियन बनने का गौरव हासिल कर पाती है।