आज के दौर में जहाँ लोगों की नीयत किसी भी चीज़ से प्रभावित होती है। वहीं, एक कैब ड्राइवर ने अपनी समझदारी और संवेदनशीलता से इंटरनेट यूज़र्स का दिल जीत लिया। कैब ड्राइवर का यह मामला इस समय सोशल मीडिया पर छाया हुआ है। लोग इस छोटे से संवेदनशील कदम के लिए कैब ड्राइवर की तारीफ़ कर रहे हैं।
एक महिला यात्री द्वारा साझा की गई दिल को छू लेने वाली कहानी
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कैब ड्राइवर की यह कहानी उसकी कैब में यात्रा कर रही एक महिला यात्री ने साझा की। महिला यात्री का नाम यशिका रपरिया है। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पर अपने कैब के अनुभव को साझा करते हुए एक कहानी साझा की। जो न केवल दिल को छू जाती है, बल्कि मानवता और सम्मान की मिसाल भी पेश करती है। इस कहानी में, महिला ने बताया कि एक कैब ड्राइवर ने अपनी दयालुता से महिला यात्री को सुरक्षित और सम्मानित महसूस कराया।
महिला बच्चे को स्तनपान कराना चाहती थी
यशिका ने बताया कि वह अपने बच्चे के साथ कैब में यात्रा कर रही थी। तभी उसके बच्चे को दूध पिलाने की ज़रूरत पड़ी। जैसा कि अक्सर महिलाओं के साथ होता है, यशिका को भी इस दौरान बहुत शर्मिंदगी महसूस हुई। वह पूरी तरह से असहज महसूस कर रही थी। हालाँकि उसके पास खुद को ढकने के लिए एक कपड़ा था, लेकिन कैब में बच्चे को दूध पिलाते हुए, वो भी कैब ड्राइवर के सामने, उसे अच्छा नहीं लग रहा था। लेकिन तभी कुछ ऐसा हुआ जिसने उसकी बेचैनी को राहत में बदल दिया।
उस आदमी ने खुद को एक सज्जन व्यक्ति बताया।
जब यशिका ने ऊपर देखा, तो उसने पाया कि कैब ड्राइवर ने अपना रियर-व्यू मिरर इस तरह एडजस्ट कर लिया था कि उसे पिछली सीट पर कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था। यह एक छोटा सा कदम था, लेकिन इसमें छिपी संवेदनशीलता और समझदारी ने यशिका का दिल जीत लिया। अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में इस अनुभव को साझा करते हुए उन्होंने लिखा, “यह एक छोटा सा काम था, लेकिन इससे मुझे बहुत सुकून और सम्मान का एहसास हुआ। यह दर्शाता है कि वह व्यक्ति कितना बुद्धिमान और सच्चा सज्जन है।”
‘फिर से जगाने लगा इंसानियत में विश्वास’
इस वीडियो में ड्राइवर का चेहरा तो नहीं दिख रहा है, लेकिन उसकी यह हरकत सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। यशिका की पोस्ट पर लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया दी। एक यूजर ने लिखा, “इसे पढ़कर इंसानों पर से मेरा विश्वास फिर से जाग उठा।” वहीं, एक अन्य यूजर ने कहा, “जब लोग कहते हैं कि सभी पुरुष एक जैसे नहीं होते, तो उनका मतलब शायद ऐसे लोगों से होता है। एक सच्चे सज्जन।”